— महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से गर्मी बढ़ गई है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को नाशिक में आयोजित एक दिवसीय ‘निर्धार शिबिर’ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और महायुति सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मौजूदा सरकार की तुलना रावण से करते हुए उसे ‘रावण से भी भयानक’ और ‘गैंडे की खाल जैसी निर्लज्ज’ सरकार बताया।
“चुनाव आयोग के आशीर्वाद से बनी सरकार”
आदित्य ठाकरे ने अपने भाषण में कहा, “यह सरकार जनता की नहीं, बल्कि चुनाव आयोग के आशीर्वाद से बनी है। ये लोग गद्दी पर बैठे हैं, लेकिन जनता की सेवा नहीं, सिर्फ सत्ता की भूख में डूबे हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि “जब खुद बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या का न्याय नहीं मिल रहा, तो आम जनता क्या उम्मीद करे?”
“गैंडे की खाल है इस सरकार की”
आदित्य ने सरकार की योजनाओं और नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा, “लाडली बहना योजना को सिर्फ 500 रुपये तक सीमित कर दिया गया, जबकि हमने 3000 रुपये देने की बात कही थी। यह सरकार गैंडे की खाल से भी मोटी है, न शर्म है, न ज़िम्मेदारी।”
“लाडला कॉन्ट्रॅक्टर योजना चला रही सरकार”
ठाकरे ने महायुति सरकार पर ‘चहेते ठेकेदारों’ को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि “यह सरकार ‘लाडला कॉन्ट्रॅक्टर’ योजना चला रही है, जिसमें आम जनता का पैसा कुछ खास लोगों की जेब में जा रहा है।”
“दावोस से निवेश नहीं, खाली तिजोरी लाई सरकार”
उन्होंने मुख्यमंत्री की दावोस यात्रा को भी निशाने पर लेते हुए पूछा, “जब आप दावोस गए थे तो निवेश लाने की बात कही थी, फिर राज्य की तिजोरी खाली क्यों है?”
“उद्धव ही थे किसानों को बिना चुनाव के राहत देने वाले”
ठाकरे ने कहा, “चुनाव न होते हुए भी किसानों को कर्जमाफी देने वाले एकमात्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे थे। महिलाओं के लिए सख्त कानून भी उन्होंने ही लाए। इस सरकार ने सिर्फ धर्म, जाति और क्षेत्रीयता के नाम पर लोगों को बांटने का काम किया है।”
