राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने बुधवार को अपना 78वां जन्मदिन पूरे जोश और पारंपरिक अंदाज़ में मनाया। पटना स्थित उनके आवास पर सुबह से ही बधाई देने वालों की भीड़ जुट गई। ढोल-नगाड़ों की धुन, मिठाइयों की बहार और लड्डुओं की खुशबू ने इस आयोजन को पूरी तरह लालू शैली में रंग दिया।
इस खास मौके पर लालू यादव ने तलवार से 78 किलो का लड्डू केक काटा, जिसे देखकर समर्थकों का उत्साह चरम पर पहुंच गया। पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं, सांसदों और आम जनता ने उन्हें पारंपरिक अंदाज़ में जन्मदिन की बधाई दी। मिठाई की टोकरी और उन पर लगी लालू यादव की फोटो वाले पैकिंग भी आयोजन का आकर्षण बनीं।
तेज प्रताप की रहस्यमयी पोस्ट
लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव, जो इन दिनों परिवार से दूरी बनाए हुए हैं, ने सोशल मीडिया पर एक रहस्यमयी पोस्ट कर पिता को अनोखे अंदाज़ में याद किया। उन्होंने एक दीवार पर लगी लालू की बड़ी तस्वीरों के साथ खुद को दिखाते हुए लिखा – “जितनी रात अंधेरी होगी, सुबह उतनी ही करीब होगी।” हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर जन्मदिन की बधाई नहीं दी, लेकिन पोस्ट के भाव ने साफ किया कि वे अपने पिता को गहराई से याद कर रहे हैं।
रोहिनी का भावुक संदेश – ‘हमारे सुपरमैन’
लालू यादव की बेटी रोहिनी आचार्य ने पिता को भावनात्मक अंदाज़ में जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने लिखा –
“हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा, हमारी ताकत, हमारी ढाल, हमारे आदर्श, हमारे गौरव, हमारे मार्गदर्शक, हमारे सुपरमैन – हमारे पापा को जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएं।”
परिवार से दूरी, पार्टी से बाहर तेज प्रताप
हाल ही में तेज प्रताप यादव की एक युवती अनुष्का यादव के साथ तस्वीर वायरल हुई थी। तेज प्रताप ने खुलासा किया कि वे पिछले 12 सालों से अनुष्का के साथ रिलेशनशिप में हैं। इस पर लालू यादव ने नाराजगी जाहिर करते हुए तेज प्रताप को परिवार और पार्टी दोनों से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस घटनाक्रम से राजनीति और मीडिया दोनों में हलचल मच गई है।
बड़े नेताओं की शुभकामनाएं
लालू यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, और अन्य विपक्षी नेताओं ने भी जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजी हैं। कई नेताओं ने लालू के राजनीतिक योगदान की सराहना की और उन्हें दीर्घायु की कामना की। लालू यादव का यह जन्मदिन सिर्फ एक पारंपरिक आयोजन नहीं, बल्कि उनके समर्थकों के लिए एक प्रेरणास्पद राजनीतिक त्योहार बनकर उभरा, जिसने यह साबित किया कि वे अब भी भारतीय राजनीति के सबसे चर्चित चेहरों में से एक हैं।
