राजस्थान के जोधपुर में एक ही परिवार के चार सदस्यों की गला रेतकर हत्या कर दी गई. फिर उन सभी को आंगन में जलाने की कोशिश की। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर इस वीभत्स हत्याकांड का खुलासा किया. हत्या के पीछे चाचा-भतीजे के बीच जमीन विवाद और दुश्मनी थी. पुलिस ने पूनाराम के बड़े भाई पप्पूराम (20) पुत्र भेराराम को गिरफ्तार कर लिया। उसने कबूल कर लिया कि उसने ही यह भयानक हत्या की है. एसपी ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि प्रथम दृष्टया में हत्या की वजह बदला लेना सामने बताया है।
पप्पूराम के भाई तेजाराम ने सात-आठ महीने पहले सूरत में आत्महत्या कर ली थी, लेकिन पप्पूराम का मानना है कि पूनाराम के चाचा ने ही उसकी हत्या की है. लेकिन पप्पूराम का मानना था की चाचा पूनाराम ने उसकी हत्या करवाई है. वह इसको लेकर कई बार झगड़ा भी कर चुका था। इससे परेशान पूनाराम ने एक बार झगडे में कह दिया था कि हां मैंने हत्या करवाई है, जिसके बाद से ही भतीजे पप्पूराम ने उनकी हत्या करने की ठान ली थी।
पुलिस के मुताबिक आरोपि को पता था कि पूनाराम के दोनों बेटे मंगलवार की शाम को घर पर नहीं रहेंगे. मौका पाकर वह बुधवार सुबह 4 बजे अपने चाचा के खेत पर पहुंचा और बाहर सो रहे पूनाराम पर कुल्हाड़ी से हमला कर उसकी हत्या कर दी। जब वह घर में दाखिल हुआ तो धापू की पत्नी और सात महीने की भतीजी सो रही थी। आरोपि ने उसकी भी हत्या कर दी. फिर दोनों शवों को बाहर से निकालकर अंदर लाया और ईंधन डालकर आग लगा दी और वहां से भाग गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
बताया जा रहा है कि रेवतराम को मारने के लिए पप्पूराम पूनाराम के घर आया था. जब उसे रेवतराम नहीं मिला तो उसने सबसे पहले उसकी पत्नी धापू पर कुल्हाड़ी से हमला किया और एक-एक कर दोनों की हत्या कर दी. पिछले दो-तीन दिनों में पप्पू राम ने कई लोगों से फोन पर इस बारे में बात की है. पुलिस सभी पहलुओं से मामले की गहनता से जांच कर रही है। आईजी जयनारायण शेर और एसपी धर्मेंद्र सिंह का प्रयास सफल रहा. वहीं, जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता भी लगातार ड्यूटी पर नजर आये.