पाली जिले की रोहट पंचायत समिति से प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के खाते में हेरा फेरी कर के 1 लाख 95 हजार रुपए निकालकर शोषण करने के आरोप में साइबर पुलिस ने आरोपी रोजगार सहायक को गिरफ्तार किया है।
रोहट विकास अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई कि अज्ञात व्यक्ति ने अनाधिकृत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग कर प्रधानमंत्री आवास योजना, पंचायत समिति रोहट की आधिकारिक वेबसाइट पर फर्जी तरीके से जानकारी बदल दी, जिसमें मंडावास ग्राम पंचायत के प्रधानमंत्री आवास योजना के चार लाभार्थी भी शामिल हैं। ग्राम पंचायत कालूराम की सुश्री अंतर कंवर, निम्बली उर्दा, ग्राम पंचायत सिंगारी के बीरवल और ग्राम पंचायत गढ़वाड़ा के राजाराम के प्रधानमंत्री आवास योजना किश्त के लिए 1 लाख 95 हजार रूपए अयोग्य व्यक्तियों के खाते में जमा होने की रिपोर्ट मार्च महिने में दी थी।
साइबर पुलिस अधिकारी ओमप्रकाश सोलंकी ने प्रधानमंत्री आवास योजना पोर्टल पर तकनीकी अध्ययन और साक्ष्य विकसित करने का आदेश दिया, पुलिस अधिकारी अरुण कुमार मय के सदस्यों ने केसली जिला सागर मध्य प्रदेश के बेटे नितेश राय पर खाते बदल कर पैसे चुराने का आरोप लगाया था। जब विनोद राय ने जाति राय कलार को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि नितेश राय खुद एक अपराधी है
प्रधानमंत्री आवास योजना की वेबसाइट और आवास योजना भुगतान प्रक्रिया और इस पोर्टल के लिए बैकअप उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड के बारे में पूरी जानकारी उसके पास थी। इसलिए, राजस्थान की पंचायत समितियों में प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थियों की खाता संख्या को बदलकर और क्रेडेंशियल से डिफ़ॉल्ट पासवर्ड का उपयोग करके विभिन्न पंचायत समितियों की साख को अनलॉक करने का प्रयास किया गया था। इससे पंचायत समिति रोहट का डिफॉल्ट आईडी कार्ड खुल गया और 6 मार्च को आरोपी नितेश राय ने पंचायत समिति रोहट के चार लाभार्थियों कालूरामा अंतर कंवर, वीरबल और राजाराम के खातों की जगह अपनी ग्राम पंचायत के चार सदस्यों के खाते नंबर दे दिए।
पंचायत समिति रोहट के नाम पर प्रधानमंत्री आवास योजना के चार लाभार्थियों के 1 लाख 95 हजार नितेश की ओर से दर्ज किए गए खातों में जमा हुये , जिनसे आरोपियों ने धोखाधड़ी कर 1 लाख 95 हजार रुपए ले लिए। गिरफ्तार नितेश राय ने बताया कि जयपुर, अजमेर की अन्य पंचायत समितियों में उसकी ओर से इस तरह की धोखाधड़ी करते हुए ठगी की गई है।