राजस्थान के कई शहरों में बादल छा गए हैं. कही सूरज नहीं निकला है. तीसरे दिन मंगलवार को बंगाल की खाड़ी से बने सिस्टम के प्रभाव से अलवर-भरतपुर में बारिश हुई। मानसून की बारिश दिनभर जारी रहने से भरतपुर को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। क्षेत्र में सबसे अधिक वर्षा उच्चैन में 49 मिमी और भरतपुर शहर में 30 मिमी दर्ज की गई। वहीं अलवर में 12.8 मिमी बारिश हुई. मौसम विभाग के मुताबिक आज अलवर, बारां, भरतपुर और धौलपुर जिलों में भारी बारिश हो सकती है. शेष 13 क्षेत्रों में हल्की बारिश की चेतावनी जारी की गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान के कुछ हिस्सों में मंगलवार दोपहर बाद मौसम अचानक बदल गया. आकाश में बादल छा गये। बारिश से उमस और गर्मी से लोगों को राहत महसूस हुई। खरीफ की फसलों को काफी फायदा होगा. मौसम विभाग ने मंगलवार को 17 जिलों के लिए बारिश की चेतावनी जारी की है. पिछले 24 घंटों में भीलवाड़ा, बारां, चित्तौड़गढ़, अजमेर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, उदयपुर और सवाईमाधोपुर में बारिश हुई. राज्य की सर्वाधिक तीन इंच बारिश भीलवाड़ा मंडल में दर्ज की गई। जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र की ताजा मौसम रिपोर्ट के मुताबिक, अगले चार दिनों तक राजस्थान में बारिश की कोई चेतावनी नहीं होगी। हालांकि कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है.
सवाई माधोपुर में 45 मिनट तक हुई तेज बारिश से सड़क नदी में तब्दील हो गई. वहीं धौलपुर में करीब तीन घंटे तक हुई झमाझम बारिश से गर्मी कम हो गई. धौलपुर शहर में 85 मिमी और सैंपऊ में 79 मिमी बारिश दर्ज की गई। भीलवाड़ा में भी बारिश हो रही है. चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन में ढाई इंच बारिश हुई. एक ओर जहां कुछ इलाकों में बारिश हो रही है तो वहीं कई इलाकों में उमस और गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है. मंगलवार को तीन जगहों पर तापमान 40 डिग्री से ज्यादा हो गया. प्रदेश में सबसे अधिक तापमान श्रीगंगानगर में 41.5 डिग्री रहा. चूरू में 40.6 डिग्री और पिलानी में 40.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.