12 जनवरी को पीड़िता ने दौसा जिले के कोलवा थाने में शिकायत दर्ज कराई, जहां आरोपी गोपाल था, जो पीड़िता के पड़ोसी गांव में रहता है. आरोपी पीड़ित पक्ष के छोटे बेटे का दोस्त बन गया था, इसलिए गोपाल उस व्यक्ति के घर जाता था। गोपाल ने पीड़िता की नाबालिग बेटी को अपने जाल में फंसाया, उसके साथ छेड़छाड़ के साथ दुष्कर्म करके अश्लील फोटो व वीडियो भी बनाया।
जब नाबालिग ने इसका विरोध किया तो गोपाल ने पीड़िता के पूरे परिवार को मार डालने की धमकी दी। इसके बाद गोपाल ने तस्वीरें वायरल करने की काफी कोशिश की. यह भी कहा जा रहा है कि गोपाल ने पीड़िता को बात करने के लिए जबरन फोन दिया और उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। गोपाल इतना शातिर था कि उसने हमले का अश्लील वीडियो बना लिया, जिसके बाद उसने पीड़ित की फुटेज और तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उसे बदनाम करना शुरू कर दिया. डर और खतरे के कारण, नाबालिग ने अपने परिवार को घटना के बारे में बताया।
9 जनवरी 2024 को रात करीब 11 बजे जब बच्ची घर पर नहीं मिली तो पीड़िता ने इधर-उधर देखा तो पता चला कि गोपाल उसे बहला-फुसलाकर ले गया है और अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने के लिए ब्लैकमेल कर रहा है। नाबालिग पीड़िता के साथ मारपीट कर अनेक प्रकार की यातनाएं देकर प्रताड़ित किया और पीड़िता की इच्छा के विरूद्ध दुष्कर्म किया। इसके बाद पुलिस ने 15 जनवरी 2024 को अलवर से गोपाल को गिरफ्तार करने, डेटा एकत्र करने और कब्जे में लेने के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया। गोपाल के घर से एक फोन बरामद किया गया और कोलवा पुलिस ने अब जांच शुरू कर दी है। .