इस्लामाबाद, 12 मार्च 2025 – पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हुई ट्रेन हाइजैकिंग में बचकर निकले यात्रियों ने अपने डरावने अनुभव साझा किए। बंधकों ने बताया कि कैसे विद्रोहियों ने रेलवे ट्रैक पर धमाके कर ट्रेन को रोक दिया और करीब 500 यात्रियों को बंधक बना लिया था।
पहाड़ियों से पैदल सफर और रिश्तेदारों से बिछड़ने की पीड़ा
बंधकों में से कई लोगों को रिहा कर दिया गया, लेकिन उन्हें घंटों तक पहाड़ी इलाकों में पैदल सफर करना पड़ा। बचकर निकले यात्रियों ने कहा कि वे अपने परिवार के कुछ सदस्यों से बिछड़ गए और अब तक उनका कोई पता नहीं चला है।
रेलवे ट्रैक पर धमाके के बाद हुई ट्रेन हाइजैकिंग
बलूचिस्तान में आज़ादी की लड़ाई लड़ रहे विद्रोहियों ने रेलवे ट्रैक पर विस्फोट किया था, जिससे ट्रेन को रोकना पड़ा। इसके बाद हथियारबंद विद्रोही ट्रेन में घुसे और यात्रियों को बंधक बना लिया।
यात्रियों का बयान: “शब्द नहीं हैं, यह भयानक था”
एक यात्री मुहम्मद बिलाल ने कहा, “मैं बयां नहीं कर सकता कि हम कैसे बचे। यह बेहद डरावना अनुभव था।” उन्होंने बताया कि विद्रोही यात्रियों को महिलाओं और पुरुषों में अलग कर रहे थे और लोगों की पहचान-पत्र जांच रहे थे।
बंदूकधारियों ने की पहचान-पत्रों की जांच
एक अन्य यात्री अल्लाहदित्ता ने बताया कि विद्रोहियों ने पहचान-पत्रों और सर्विस कार्ड की जांच की। उन्होंने देखा कि दो सैनिकों को गोली मार दी गई और चार अन्य को अगवा कर लिया गया।
जो पंजाबी दिखे, उन्हें विद्रोही ले गए
कुछ यात्रियों ने बताया कि विद्रोही उन लोगों को ले गए जो पंजाबी मूल के थे। वहीं, कई अन्य यात्रियों को पहाड़ी रास्तों से पैदल चलकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचना पड़ा।
घायलों का इलाज जारी, सुरक्षा कड़ी की गई
घटना के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इलाके में सख्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं। पैरामेडिक काजिम फारूक ने बताया कि कई घायलों का इलाज चल रहा है, जिनमें से एक पुलिसकर्मी को पांच बार गोली मारी गई है।
यह हाइजैकिंग पाकिस्तान में बढ़ते उग्रवादी हमलों की कड़ी में एक और बड़ा हमला माना जा रहा
