दक्षिण चीन सागर में चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन बार-बार ताइवान को युद्ध की धमकी देता रहा है। इस बीच ताइवान का मानना है कि चीनी सेना उस पर कभी भी हमला कर सकती है। ताइवान के रक्षा मंत्री चिउ कुओ चेंग ने कहा कि चीनी सेना ताइवान के क्षेत्र में उसके क्षेत्र के करीब “अचानक घुसपैठ” कर सकती है और हमें सावधान रहना चाहिए। ताइवानी रक्षा मंत्री ने यह चेतावनी ऐसे समय पर दी है जब ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है। चीन की सेना और नौसेना लगातार ताइवान को डराने में लगी हुई है।
चीनी सेना ने ताइवान के चारों ओर धमकियां दी हैं, लेकिन वह ताइवान के किसी भी हिस्से में नहीं घुसी है। हालांकि, पिछले साल एक चीनी ड्रोन चीन और ताइवान के पास एक द्वीप में घुस गई थी। ताइवान की संसद को दिए बयान में रक्षा मंत्री ने कहा कि चीनी सेना ताइवान के हवाई क्षेत्र और समुद्र में घुसने का बहाना ढूंढ सकती है। ताइवान और संयुक्त राज्य अमेरिका अब बड़े पैमाने पर हथियार खरीद रहे हैं, जो चीन को बहुत चिढ़ा रहा है।
दूसरी ओर, ताइवान द्वारा नियंत्रित एक द्वीप चीन के तट से केवल 22 किलोमीटर की दूरी पर है और ताइवान को इससे डर लगता है। ताइवान के रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मैं इस साल खासतौर पर इसलिए कह रहा हूं क्योंकि वे इस तरह की तैयारी कर रहे हैं।’ इसके जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि हम अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाएंगे। ताइवान ने कहा है कि अगर चीनी सैनिक उसके क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो वह अपने बचाव और जवाबी कार्रवाई के लिए अपने अधिकारों का इस्तेमाल करेगा।
पिछले साल अगस्त में, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया था। इस यात्रा से पहले चीन ने धमकी भी दी थी। लेकिन उसे दरकिनार करके पेलोसी ने यह यात्रा की थी। तब चीन ने ताइवान के बंदरगाह और ताइवान के लिए कई जहाज भेजे और उसके हवाई क्षेत्र के करीब कई चीनी विमान भेजे। चीन भी लंबे समय से सशस्त्र है। तभी से विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इसलिए ताइवान के मंत्री ने किसी हमले की आशंका जताई है। कहा कि अगर हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।