कोटा के दादाबाड़ी थाना क्षेत्र के एक छात्रावास में एक कोचिंग छात्रा ने आत्महत्या कर ली. यह छात्रा बिहार की रहने वाली थी। कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। उसने हॉस्टल रूम में फांसी लगा ली। दो दिन पहले उसका परिवार उससे मिलने बिहार से कोटा आया था। बताया जा रहा है कि टेस्ट में कम नम्बर आने व हॉस्टल में खाना ठीक नहीं मिलने से मानसिक तनाव में थी।
छात्रा सम्बुल परवीन (18) बिहार के पश्चिमी चंपारण के बेतिया की रहने वाली थी। कोटा के बसंत विहार इलाके में एक हॉस्टल में रह रही थी। पिछले साल ही उन्हें निजी ट्यूशन में भर्ती कराया गया था। बताया गया कि एक छोटे से टेस्ट को लेकर वह तनाव में थी। हाल ही में जब उनके रिश्तेदार कोटा आए तो उन्होंने अपने रिश्तेदारों से शिकायत की कि उन्हें छात्रावास में पर्याप्त भोजन नहीं मिलता है. इसके बाद उनके माता-पिता एक और रेस्टोरेंट देखने गए। छात्रा ने पीछे से फंदा लगा लिया। परिजन जब हॉस्टल पहुंचे तो छात्रा फंदे से लटकी मिली। उसे नीचे उतारकर तुरंत निजी हॉस्पिटल लेकर गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
छात्रा के पिता ने बताया कि परवीन 2 भाई और 2 बहनों में सबसे छोटी है। वह पिछले साल ही भर्ती हुई थी। उनके टेस्ट के अंक कम आए थे, जिसके बाद से वह तनाव में थी। उसे समझाया था। मैडम के पास लेकर गया था। उसके बाद उसे भरोसा हो गया था। उन्होंने कहा कि जब वे अपने माता-पिता के साथ थे तब बोर्ड पर सवार लोग अच्छा खा रहे थे। लेकिन जब उनके माता-पिता चले जाते हैं, तो वे अच्छा खाना नहीं देते हैं।
वह लड़की के कहने पर हॉस्टल बदलने को सोची थी। मैं आज सुबह 8:30 बजे हॉस्टल देखने गया था। करीब 11:30 बजे वापस आया तो उसके कमरे में दोनों तरफ से ताला लगा हुआ था। कूलर वाली जगह थोड़ी खुली हुई थी मैंने कूलर निकाला और लड़की को फांसी पर लटका हुआ पाया। उसे नीचे उतार कर तुरंत हॉस्पिटल लेकर गया।
दादाबाड़ी थाने के सीआई राजेश पाठक ने बताया कि परिवार 10 मार्च को ही कोटा आया था। छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगा ली। अभी तक आत्महत्या का कोई कारण नहीं बताया गया है। सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। परीक्षण जारी है। जांच के बाद ही कारण सामने आएगा।