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132 केवी एवं 33 केवी जीएसएस का लोकार्पण

ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
कोटा राजस्थान

योजनाबद्ध तरीके से किया जाएगा क्षेत्र का विकास-लोकसभा अध्यक्ष

छीजत में आएगी कमी, प्रसारण तंत्र सुदृढ़ होगा-ऊर्जा मंत्री

कोटा, 8 जुलाई। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने सोमवार को राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लि. द्वारा 20 करोड़ की लागत से बोरखेड़ा में निर्मित 132 केवी ग्रिड सब स्टेशन एवं केईडीएल द्वारा करीब 3 करोड़ की लागत से काला तालाब में निर्मित 33 केवी जीएसएस का लोकार्पण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर ने की।
132 केवी जीएसएस के लोकार्पण के बाद सभा को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने कहा कि बोरखेड़ा के शहरी क्षेत्र एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बिना किसी बाधा के विद्युत की नियमित आपूर्ति में यह जीएसएस मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि राज्य एवं केन्द्र में डबल इंजन की सरकार है और अगले पांच साल में कोटा शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिना ट्रिपिंग के बिजली उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि केईडीएल को विद्युत आपूर्ति सुव्यवस्थित करने एवं उपभोक्ताओं की शिकायतों को दूर करने के संबंध में आगाह किया गया है।
उन्होंने कहा कि कोटा की जनता ने तीसरी बार सांसद चुनकर भेजा है और मुझे दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। जनता के इस भरोसे को कायम रखते हुए योजनाबद्ध तरीके से क्षेत्र का बिना किसी भेदभाव के विकास किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ने बोरखेड़ा में 132 केवी जीएसएस स्थापित करने के लिए राज्य सरकार एवं ऊर्जा मंत्री को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर ने कहा कि पिछली सरकार के समय में प्रदेश में विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़ाने, नया प्रसारण तंत्र विकसित करने एवं प्रसारण लाईनों के विस्तार पर ध्यान नहीं दिया गया। ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध नहीं होने से किसानों को डिमांड नोट जारी करने के बाद भी कनेक्शन नहीं मिल पाए। उन्होंने कहा कि बचे हुए कृषि कनेक्शन एवं जहां ट्रांसफॉर्मर नहीं लगे हैं वहां ट्रांसफॉर्मर लगाकर किसानों को राहत दी जाएगी।
श्री नागर ने कहा कि 132 केवी जीएसएस से नए कोटा विशेषकर बारां रोड़, दसलाना, कोटा जंक्शन एवं इससे जुड़े इलाकों में बिजली की बेहतर आपूर्ति हो सकेगी, छीजत में कमी आएगी, कम वोल्टेज की कमी दूर होगी और प्रसारण तंत्र मजबूत होगा। इसी प्रकार केईडीएल द्वारा निर्मित 33 केवी जीएसएस से पटरी पार क्षेत्र रंग तालाब, काला तालाब, अर्जुनपुरा, विकास नगर सहित आसपास की विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि कोटा शहर की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए केईडीएल द्वारा बजाज नगर कुन्हाड़ी, स्वामी विवेकानन्द नगर एवं मीरा बाई आवासीय योजना में तीन नए 33 केवी जीएसएस निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 6 केन्द्रीय उपक्रमों के साथ 1 लाख 60 हजार करोड़ रूपए के एमओयू किए हैं। इससे आने वाले समय में 31 हजार 825 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि टैरिफ आधारित निविदा प्रक्रिया के जरिए 64 हजार करोड़ रूपए के निवेश से 3 हजार 200 मेगावाट की थर्मल एवं 8 हजार मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राजस्थान को सोलर एनर्जी हब बनाने के लिए कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री द्वारा 2950 मेगावाट के 4 सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए बीकानेर एवं फलौदी जिलों में भूमि आवंटन को मंजूरी दी गई है।
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने कहा कि 132 केवी जीएसएस की स्थापना से बोरखेड़ा एवं आसपास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सुचारू होगी। साथ ही, ट्रिपिंग एवं बिजली कट की समस्या का समाधान होगा। उन्होंने इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्य सरकार को साधुवाद दिया।
कार्यक्रम के अंत में शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल, देहात जिला अध्यक्ष प्रेम गोचर, राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लि. के तकनीकी निदेशक केके मीना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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