पर्थ, 22 नवंबर 2024
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पर्थ टेस्ट के पहले दिन भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल के विकेट को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। राहुल को थर्ड अंपायर के फैसले पर विकेट के पीछे कैच आउट दिया गया, जिससे मैदान और सोशल मीडिया दोनों पर बहस छिड़ गई।
विवाद कैसे शुरू हुआ?
मैच के दौरान जब ऑस्ट्रेलियाई टीम ने राहुल के कैच आउट की अपील की, तो मैदानी अंपायर रिचर्ड केटलबरो ने उन्हें नॉटआउट करार दिया। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने डीआरएस का सहारा लिया। तीसरे अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने ‘स्प्लिट स्क्रीन व्यू’ देखे बिना राहुल को आउट दे दिया। इस फैसले ने न केवल भारतीय खेमे को, बल्कि खुद राहुल को भी हैरान कर दिया।
राहुल, जो 26 रनों की पारी खेलकर टीम को संभालने की कोशिश कर रहे थे, निराश होकर पवेलियन लौट गए। उनकी प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट था कि वे इस फैसले से असहमत थे।
आईसीसी ले सकता है कार्रवाई
राहुल की प्रतिक्रिया को लेकर आईसीसी के आचार संहिता के तहत कार्रवाई हो सकती है। नियम 42.2 के अनुसार, लेवल-1 का अपराध पहली बार होने पर अंपायर टीम को चेतावनी देता है। इसके बाद अपराध दोहराने पर विरोधी टीम को 5 पेनल्टी रन दिए जा सकते हैं।
सोशल मीडिया पर छिड़ा हंगामा
राहुल के आउट पर फैंस ने ऑस्ट्रेलियाई टीम और अंपायर पर बेईमानी के आरोप लगाए। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने लिखा कि यह फैसला गलत था और ऑस्ट्रेलिया ने जानबूझकर डीआरएस का फायदा उठाया।
टीम को झटका
राहुल का विकेट ऐसे समय पर गिरा जब भारतीय टीम उनसे एक बड़ी पारी की उम्मीद कर रही थी। इस फैसले ने न केवल टीम की स्थिति को कमजोर किया बल्कि क्रिकेट फैंस के बीच भी नाराजगी पैदा कर दी।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस विवाद का प्रभाव मैच पर पड़ेगा और आईसीसी इस मामले में क्या कदम उठाएगी।