भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे रहे पृथ्वी शॉ, जिनकी गिनती कभी देश के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में होती थी, आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड रह गए। यह वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कप्तानी की और विश्व कप विजेता का खिताब दिलाया। अब वह न सिर्फ आईपीएल में अनसोल्ड रहे, बल्कि टीम इंडिया और मुंबई की रणजी टीम से भी बाहर हैं।
चौंकाने वाली गिरावट
पृथ्वी शॉ का नाम तब चर्चित हुआ, जब उन्होंने टेस्ट डेब्यू पर शतक लगाया। वह अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और तेजी से रन बनाने की क्षमता के लिए पहचाने जाते थे। लेकिन पिछले कुछ सालों में उनकी फिटनेस और अनुशासन को लेकर लगातार सवाल उठते रहे। इसी वजह से पहले उन्हें भारतीय टीम से बाहर किया गया और अब आईपीएल ऑक्शन में भी किसी फ्रेंचाइजी ने उन पर दांव नहीं लगाया।
रिकी पोंटिंग का बयान
पृथ्वी शॉ के पूर्व कोच और दिल्ली कैपिटल्स के साथ उनके मेंटोर रहे रिकी पोंटिंग ने उनके अनसोल्ड रहने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, “पृथ्वी सबसे टैलेंटेड खिलाड़ियों में से एक हैं जिनके साथ मैंने काम किया है। उनके जैसा विस्फोटक खिलाड़ी अनसोल्ड रहना चौंकाने वाला है।”
हालांकि, पोंटिंग ने यह भी स्वीकार किया कि उनकी मौजूदा फॉर्म और फिटनेस के चलते फ्रेंचाइजियों ने उन पर भरोसा नहीं जताया। यह भी उल्लेखनीय है कि आईपीएल में पृथ्वी शॉ के नाम एक ओवर की सभी छह गेंदों पर बाउंड्री लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है।
पिछले प्रदर्शन का प्रभाव
आईपीएल 2024 सीजन में दिल्ली कैपिटल्स के लिए उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना भी मुश्किल हो गया था। इसके बाद मुंबई रणजी ट्रॉफी टीम ने भी उन्हें ड्रॉप कर दिया। पृथ्वी के संघर्ष की कहानी यहां तक पहुंची कि उनकी फिटनेस और अनुशासनात्मक मुद्दों ने उनके करियर को गहरा झटका दिया।
शुभमन गिल और अन्य साथियों से तुलना
पृथ्वी शॉ के साथ अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाले उनके साथी खिलाड़ी शुभमन गिल और रियान पराग आज ऊंचाईयों पर हैं। गिल जहां गुजरात टाइटंस के कप्तान बन चुके हैं, वहीं रियान पराग को राजस्थान रॉयल्स ने 14 करोड़ में रिटेन किया है। अभिषेक शर्मा भी सनराइजर्स हैदराबाद का प्रमुख हिस्सा बने हुए हैं। वहीं, पृथ्वी को 75 लाख की बेस प्राइस में भी किसी टीम ने नहीं खरीदा। यह उनके करियर के लिए एक बड़ा झटका है और उनके लिए यह आत्ममंथन का समय है।
आगे की राह
पृथ्वी शॉ को अब अपनी फिटनेस और अनुशासन पर काम करने की जरूरत है। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर वह खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत करते हैं, तो उनके पास वापसी का मौका है।