TRAI (भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण) का नया नियम आज से प्रभावी हो गया है, जिसका उद्देश्य SMS धोखाधड़ी को रोकना है। यह नियम व्यवसायिक संदेशों (SMS) को अधिक सुरक्षित और ट्रेसबल बनाने के लिए लागू किया गया है। इसका सीधा लाभ Jio, Airtel, Vi और BSNL जैसे टेलीकॉम नेटवर्क के करोड़ों यूजर्स को मिलेगा।
नए नियम का उद्देश्य
TRAI के इस नियम के तहत अब प्रत्येक व्यवसायिक संदेश के प्रेषक को ट्रेस करना आसान होगा। यदि किसी स्कैमर द्वारा फर्जी संदेश भेजा जाता है, तो उसे नेटवर्क स्तर पर ही रोक दिया जाएगा। इसका मतलब यह है कि फर्जी और संदिग्ध संदेश यूजर्स के फोन तक नहीं पहुंचेंगे।
कैसे काम करेगा नया नियम?
- प्रेषक की पहचान: हर व्यवसायिक मैसेज का पूरा ट्रैक रिकॉर्ड रखा जाएगा, जिससे प्रेषक की पहचान आसानी से हो सकेगी।
- स्पैम रोकथाम: फर्जी लिंक वाले संदिग्ध मैसेज और अनजान नंबरों से आने वाले अनचाहे कॉल को ब्लॉक किया जाएगा।
- रियल-टाइम OTP डिलीवरी: जरूरी OTP संदेशों की डिलीवरी में कोई देरी नहीं होगी।
भारत में बढ़ते साइबर धोखाधड़ी के मामलों को देखते हुए TRAI का यह कदम बेहद जरूरी था। रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में 3,000% तक वृद्धि हुई है। नया नियम स्कैमर्स के खिलाफ सुरक्षा का एक मजबूत कवच साबित होगा। TRAI ने स्पष्ट किया है कि नए नियम से OTP जैसे महत्वपूर्ण संदेशों की डिलीवरी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, शुरुआत में कुछ नेटवर्क्स पर 5% संदेशों में देरी की संभावना जताई गई है, लेकिन यह समस्या जल्द ही हल हो जाएगी। TRAI ने पहले इस नियम को 1 नवंबर से लागू करने की योजना बनाई थी। लेकिन टेलीकॉम ऑपरेटरों के अनुरोध पर इसे 10 दिसंबर तक टाल दिया गया। अब सभी प्रमुख नेटवर्क इस बदलाव के लिए तैयार हैं।
यूजर्स के लिए फायदे
- धोखाधड़ी संदेशों से सुरक्षा।
- व्यवसायिक मैसेज की विश्वसनीयता बढ़ेगी।
- ऑनलाइन स्कैम का जोखिम कम होगा।
यह कदम उन सभी उपभोक्ताओं के लिए राहत लेकर आया है जो फर्जी संदेशों और अनचाहे कॉल्स से परेशान रहते हैं। TRAI का यह नया नियम उपभोक्ताओं के लिए एक सुरक्षित डिजिटल अनुभव सुनिश्चित करेगा।