कोटा: राजस्थान का कोटा, जिसे देशभर में कोचिंग हब के रूप में जाना जाता है, अब एक गंभीर समस्या से जूझ रहा है। कोचिंग उद्योग की मंदी के बीच, नशे का धंधा तेजी से पनप रहा है। पुलिस ने शुक्रवार को ‘ऑपरेशन नश्वर’ के तहत 30 लाख रुपये की एमडी ड्रग्स, गांजा, अवैध शराब और धारदार हथियार जब्त कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
पुलिस का ऑपरेशन नश्वर
पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन के नेतृत्व में कोटा पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया।
- टीम: 3 एएसपी, 5 डीएसपी, 19 थानेदार और 250 पुलिसकर्मियों ने मिलकर अभियान को अंजाम दिया।
- तकनीक का उपयोग: ड्रोन और स्निफर डॉग की मदद से संदिग्ध इलाकों की तलाशी ली गई।
- जब्ती:
- 30 लाख रुपये की एमडी ड्रग्स
- 4.6 किलो गांजा
- 39,000 रुपये की अवैध शराब
- 3 धारदार हथियार
- 1 कार और 8 बाइक
नशे के दलदल में फंसते युवा
कोटा में कोचिंग इंडस्ट्री की गिरावट के साथ नशे का कारोबार भी बढ़ रहा है। पुलिस ने बताया कि ये तस्कर युवाओं को निशाना बनाकर उन्हें मादक पदार्थों की लत में धकेल रहे हैं। बोरखेड़ा और जवाहर नगर इलाकों में छापेमारी के दौरान कई संदिग्ध ठिकानों से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ और हथियार बरामद हुए। पुलिस ने 10 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। 5 अन्य संदिग्धों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई है।
कोचिंग सिटी की बदहाल स्थिति
कोचिंग इंडस्ट्री में भारी गिरावट के चलते कोटा गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। जहां एक समय लाखों छात्र कोटा में पढ़ाई के लिए आते थे, वहां अब छात्र संख्या में भारी गिरावट देखी जा रही है। इस खालीपन का फायदा उठाकर नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने कोटा के निवासियों से अपील की है कि अगर किसी को मादक पदार्थ तस्करी या अवैध गतिविधियों की जानकारी मिले, तो तुरंत कंट्रोल रूम में सूचित करें। पुलिस का कहना है कि इस अभियान का मकसद कोचिंग सिटी की साख को फिर से बहाल करना और युवाओं को सुरक्षित भविष्य देना है रिपोर्ट स्थानीय पुलिस के बयान और कार्रवाई पर आधारित है। मामले की जांच जारी है।