जयपुर (राजस्थान): राजस्थान की राजनीति में गर्मी लाने वाले नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक और सनसनीखेज बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर उठे सवालों के बीच बेनीवाल ने सरकार पर “गर्लफ्रेंड कनेक्शन” का आरोप लगाते हुए दावा किया कि दो मंत्रियों की महिला मित्रें इस परीक्षा में शामिल हैं और उन्हें ब्लैकमेल कर रही हैं। बेनीवाल ने कहा, “एसआई भर्ती परीक्षा रद्द नहीं होने का कारण ये दो मंत्री और उनकी महिला मित्र हैं, जो सरकार को धमकाकर बदनामी का डर दिखा रही हैं।” उनके इस बयान के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है।
बेनीवाल का खुलासा: “महिला मित्रों” का दबदबा
एक इंटरव्यू में हनुमान बेनीवाल ने दावा किया, “सरकार के दो मंत्रियों की गर्लफ्रेंड इस भर्ती घोटाले में शामिल हैं। वे मंत्री और अधिकारियों को ब्लैकमेल कर रही हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री खुद इन मंत्रियों के इशारों पर चल रहे हैं। बेनीवाल ने कहा, “यह महिला मित्रें सरकार को धमका रही हैं कि यदि भर्ती परीक्षा रद्द हुई, तो उनकी पोल खुल जाएगी। यही कारण है कि सरकार ने इसे रद्द करने से इनकार कर दिया है।”
“भर्ती रद्द करवा कर रहेंगे”: बेनीवाल की चुनौती
सांसद ने जोर देकर कहा कि आरएलपी (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) इस मुद्दे पर बड़ा आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा, “हम राजधानी में सरकार को घेरेंगे और युवाओं को न्याय दिलाएंगे। यह परीक्षा रद्द करवाना हमारा लक्ष्य है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि “2018 में भी एसआई पद पर नियुक्त हुए कई लोग नकल कर पास हुए थे। उनके सबूत हमारे पास हैं। हम जल्द ही इस सच्चाई को सामने लाएंगे।”
सरकार का रुख और कोर्ट का बयान
एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पहले से ही विवादों में घिरी हुई थी। सरकार ने राजस्थान हाई कोर्ट में यह स्पष्ट किया था कि इस मामले की जांच एसआईटी द्वारा की जा रही है, इसलिए परीक्षा को रद्द नहीं किया जा सकता। इस पर बेनीवाल ने सरकार के रुख पर सवाल उठाते हुए कहा, “सरकार अपने मंत्रियों और अधिकारियों को बचाने के लिए एसआईटी का सहारा ले रही है। यह युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।”
सियासी ड्रामा और जनता की प्रतिक्रिया
बेनीवाल के बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। एक ओर लोग इसे “चुटकी भरी सच्चाई” कह रहे हैं, तो दूसरी ओर सरकार समर्थक इसे “आधारहीन आरोप” बता रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मामला न केवल राजस्थान सरकार के लिए शर्मिंदगी का कारण बन रहा है, बल्कि इसे 2024 के चुनावी समीकरणों में भी देखा जाएगा।
क्या होगा अगला कदम?
हनुमान बेनीवाल के आरोपों और संभावित आंदोलन के बीच, राज्य सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इस “गर्लफ्रेंड कनेक्शन” ने न केवल सियासत को मसालेदार बना दिया है, बल्कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आगे देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है और बेनीवाल के इस सियासी पंच का क्या असर होता है।