ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन के बाद, बीसीसीआई ने कई प्रमुख खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में खेलने का आदेश दिया है। लंबे समय बाद रणजी ट्रॉफी में ऋषभ पंत, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सितारों का जलवा देखने को मिल सकता है।
दिल्ली की संभावित टीम में ऋषभ पंत और विराट कोहली का नाम शामिल किया गया है। खास बात यह है कि ऋषभ पंत सात साल बाद रणजी ट्रॉफी में खेलते नजर आएंगे। वहीं, विराट कोहली के खेलने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।
कोहली की चुप्पी ने बढ़ाई चिंता
डीडीसीए सचिव अशोक शर्मा के अनुसार, विराट ने अब तक अपनी उपलब्धता के बारे में कुछ नहीं बताया है। दिल्ली की टीम ने 23 और 30 जनवरी को सौराष्ट्र और रेलवे के खिलाफ अपने मैचों के लिए संभावित खिलाड़ियों की सूची जारी की है, जिसमें कोहली का नाम शामिल है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि वह टीम का हिस्सा होंगे या नहीं।
रणजी में वापसी के मायने
विराट कोहली ने आखिरी बार 2012 में रणजी ट्रॉफी का मैच खेला था। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर विराट को अपनी फॉर्म वापस लानी है और टेस्ट करियर को लंबा करना है, तो घरेलू क्रिकेट खेलना उनके लिए जरूरी है।
पंत का घरेलू रिकॉर्ड
ऋषभ पंत का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन शानदार रहा है। उनका रणजी ट्रॉफी में खेलना लगभग तय माना जा रहा है। प्रशंसक भी पंत की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
बीसीसीआई का सख्त रुख
बीसीसीआई ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि बड़े खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में अपनी उपयोगिता साबित करनी होगी। यदि विराट रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलते, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
रणजी ट्रॉफी का कैंप जारी है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि विराट और अन्य स्टार खिलाड़ी इसमें हिस्सा लेते हैं या नहीं। क्या यह कदम भारतीय क्रिकेट में नई ऊर्जा भर पाएगा?