राजसमंद, 30 जनवरी : 29 जनवरी को जिलेभर में आयोजित दो दिवसीय विशेष स्वच्छता अभियान बुधवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। अभियान के दूसरे दिन भी सभी ग्राम पंचायतों और शहरी क्षेत्रों में सफाई कार्यों को तेजी से अंजाम दिया गया। इस दौरान सड़कों, सार्वजनिक स्थलों, जल स्रोतों, विद्यालय परिसरों, पंचायत भवनों और बाजारों की सफाई की गई। सफाई दलों ने लोगों ने सहयोग से कचरा प्रबंधन, जल निकासी व्यवस्था में सुधार और प्लास्टिक कचरे के निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया।
जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के मार्गदर्शन तथा जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा के निर्देशन में अभियान के दूसरे दिन भी ग्रामीणों, स्वयंसेवी संगठनों, सरकारी विभागों और आम नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सफाई कार्यों को लेकर नागरिकों में जागरूकता दिखाई दी और लोगों ने सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ बनाए रखने की शपथ भी ली।दूसरे दिन भी ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक सफाई अभियान संचालित हुआ। सभी पंचायतों में सफाई कार्यों में स्थानीय लोगों ने श्रमदान किया। सार्वजनिक स्थानों पर सफाई के साथ ही कचरा प्रबंधन को लेकर भी विशेष प्रयास किए गए। कई ग्राम पंचायतों में जल स्रोतों की सफाई कर जलाशयों को कचरा मुक्त किया गया। इस अभियान में ग्रामवासियों, नगरवासियों, स्वयंसेवी संगठनों, युवाओं, कर्मचारियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सामाजिक संस्थाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।स्वच्छता को लेकर नागरिकों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिला। कई गांवों में लोगों ने स्वच्छता बनाए रखने की शपथ ली और सफाई को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संकल्प लिया।
अभियान के दूसरे दिन भी प्रशासनिक अधिकारियों ने विभिन्न स्थानों का दौरा कर सफाई कार्यों की समीक्षा की। कलक्टर ने कहा, “स्वच्छता केवल दो दिन का अभियान नहीं बल्कि सतत प्रक्रिया होनी चाहिए। यदि सभी नागरिक मिलकर स्वच्छता को अपनी आदत बना लें, तो राजसमंद को स्वच्छ और सुंदर बनाने का सपना साकार होगा।” उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों और नगर निकायों को स्वच्छता की नियमित समीक्षा करने और प्रत्येक माह स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही, स्वच्छता संबंधी जागरूकता कार्यक्रमों को स्कूलों और पंचायत स्तर पर नियमित रूप से संचालित करने पर जोर दिया। दो दिवसीय अभियान के समापन अवसर पर जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा, “स्वच्छता हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। यदि हम अपने घर, गली और सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ रखेंगे, तो पूरा जिला स्वच्छ बनेगा।” उन्होंने आग्रह किया कि स्वच्छता केवल अभियान तक सीमित न रहे, बल्कि इसे हर दिन की आदत बनाया जाए। उन्होंने कहा कि “एक साफ-सुथरा वातावरण न केवल बीमारियों को दूर रखता है, बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी हमें मजबूत बनाता है।” इस दो दिवसीय विशेष स्वच्छता अभियान ने जिले में स्वच्छता को लेकर एक नया वातावरण तैयार किया है। ग्राम पंचायतों, नगर निकायों और आम नागरिकों की सहभागिता से यह अभियान सफल रहा और भविष्य में भी ऐसे प्रयास जारी रहेंगे।
उपखंड स्तरीय अधिकारियों ने की सतत मॉनिटरिंग
जिला प्रशासन के इस अभियान की सभी ब्लॉक में उपखंड अधिकारियों तथा विकास अधिकारियों ने सतत मॉनिटरिंग की तथा लोगों को अभियान में जोड़ा। निकायों और पंचायतों ने सफाई के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए। राजसमंद जिला इन प्रयासों से अब प्रदेश में स्वच्छता का मॉडल बन रहा है। इससे पूर्व अक्टूबर में दस दिवसीय विशेष सफाई अभियान, हर माह में एक बार माय ऑफिस क्लीन ऑफिस, जनवरी में हुआ माय स्कूल, क्लीन स्कूल अभियान, नगरीय क्षेत्र में स्वच्छता पखवाड़ा आदि प्रयासों से विशेष बदलाव देखने को मिले हैं। कलक्टर ने सीएमएचओ को माय हॉस्पिटल, क्लीन हॉस्पिटल की कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए ताकि अस्पताल भी स्वच्छ हों। जिला प्रशासन के स्वच्छता के क्षेत्र में प्रयासों को सराहा जा रहा है।