बीकानेर: सरकारी स्कूल में तीन छात्राओं की दर्दनाक मौत, विधानसभा में गूंजा मामला

राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा तहसील के केड़ली गांव में एक सरकारी स्कूल में तीन मासूम छात्राओं की वाटर टैंक में डूबने से मौत हो गई। यह घटना मंगलवार को हुई, जिसने पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बजट भाषण के अगले दिन विधानसभा में इस मामले को उठाया और सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, पीड़ित परिवार को मुआवजा और नौकरी देने की मांग की।

हादसे की जानकारी

घटना केडली गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में हुई। स्कूल परिसर में बना पुराना और जर्जर वाटर टैंक अचानक टूट गया, जिसमें तीन छात्राएं गिरकर डूब गईं। मृतक छात्राओं की पहचान प्रज्ञा (6), रवीना (7) और भारती (8) के रूप में हुई है। ये तीनों एक ही परिवार की सदस्य थीं।

जानकारी के मुताबिक, हादसे के वक्त बच्चे स्कूल परिसर में खेल रहे थे। तभी प्रज्ञा, भारती और रवीना वाटर टैंक के ऊपर चढ़ गईं। टैंक के ऊपर लगी पट्टियां टूटने से तीनों अंदर गिर गईं। टैंक में करीब 15 फीट तक पानी भरा था, जिसमें डूबने से उनकी मौत हो गई।

ग्रामीणों का आक्रोश

छात्राओं की मौत के बाद ग्रामीण और मृतक छात्राओं के परिवारजन मंगलवार दोपहर से धरने पर बैठे हैं। ग्रामीणों ने 5 सूत्री मांगों को लेकर प्रशासन के सामने अपना आक्रोश जताया है। प्रशासन ने समझाने के लिए दो बार प्रयास किया, लेकिन सफल वार्ता नहीं हो सकी। आक्रोशित ग्रामीणों के साथ नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी धरने पर बैठे हैं।

विधानसभा में मामला गूंजा

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने विधानसभा में इस मामले को उठाते हुए सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था लचर है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने पीड़ित परिवार को मुआवजा और नौकरी देने की भी मांग की।

सरकार की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद सरकार ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे।

ग्रामीणों की मांगें

  1. दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
  2. पीड़ित परिवार को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए।
  3. मृतक छात्राओं के परिवार को नौकरी दी जाए।
  4. स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।
  5. जर्जर वाटर टैंक को तुरंत हटाया जाए।

इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर सरकारी स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था की कमी को उजागर किया है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार इस मामले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करेगी या फिर ऐसी घटनाएं भविष्य में भी होती रहेंगी।

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

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