जयपुर, 26 फरवरी 2025: राजस्थान में महाशिवरात्रि का पर्व बुधवार को श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। राज्यभर के शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हो रही है, जहां श्रद्धालु जल, दूध और बेलपत्र अर्पित कर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर रहे हैं। जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, कोटा, और सीकर समेत सभी जिलों में शिवालयों के बाहर भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं।
जयपुर के प्रसिद्ध ताड़केश्वर महादेव मंदिर, झारखंड महादेव मंदिर समेत अन्य शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। पूरे दिन ‘ओम नमः शिवाय’, ‘हर हर महादेव’ और ‘बम बम भोले’ के जयघोष गूंजते रहे। ताड़केश्वर महादेव मंदिर में चार प्रहर की विशेष पूजा हो रही है, जो देर रात से शुरू होकर गुरुवार सुबह तक चलेगी।
नेताओं ने दी शुभकामनाएं
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा—
> “भगवान भोलेनाथ के आशीर्वाद से प्रदेशवासियों के जीवन में सुख-समृद्धि आए, सभी की मनोकामनाएं पूर्ण हों। हर हर महादेव।”
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री निवास पर स्थित राजराजेश्वर मंदिर में सपरिवार पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर प्रदेशवासियों को बधाई दी और भगवान शिव से मंगलकामना की।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अपने संदेश में कहा कि महाशिवरात्रि भारतीय संस्कृति का अनूठा पर्व है, जो भक्ति, अध्यात्म और शिवतत्व के प्रति आस्था को दर्शाता है। उन्होंने भगवान शिव और माता पार्वती से सभी के कल्याण की प्रार्थना की।
शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़
महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिरों में विशेष अनुष्ठान, रुद्राभिषेक और महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालु उपवास रखकर शिवजी की आराधना कर रहे हैं।
महाशिवरात्रि की रात को विशेष महत्व दिया जाता है, इसलिए भक्तजन पूरी रात जागरण कर शिव भजन गा रहे हैं। मंदिरों में भक्तों को विशेष प्रसाद वितरण भी किया जा रहा है।
प्रदेशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाए जा रहे इस पर्व के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मंदिरों के आसपास विशेष पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
महाशिवरात्रि का महत्व
महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का पर्व माना जाता है। यह दिन शिवभक्तों के लिए बेहद खास होता है, जब वे व्रत, पूजा और रात्रि जागरण के जरिए शिवजी की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।
राजस्थान के श्रद्धालु भक्ति की गहराइयों में डूबे हुए हैं और पूरे प्रदेश में शिवमय वातावरण बना हुआ है। हर-हर महादेव के गगनभेदी नारों के बीच शिवभक्त अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं।
