राजस्थान के जयपुर जंक्शन से चार वर्षीय शिवम के अपहरण का मामला सुलझा लिया गया है। इस सनसनीखेज वारदात को एक प्रेमिका ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अंजाम दिया। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने करीब 180 किलोमीटर की दूरी तक 325 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से तकनीकी टीम के सहयोग से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल मुक्त करवाया।
घटना का खुलासा
जीआरपी अजमेर के एसपी नरेंद्र सिंह ने सोमवार को जयपुर जीआरपी थाने में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि सीकर जिले के रानोली स्थित जुरालडा निवासी प्रेमिका जीविका (28) और करौली निवासी प्रेमी सुंदर कश्यप (28) को गिरफ्तार किया गया है।
प्रेमिका ने अपने पति को छोड़कर प्रेमी के साथ रहना शुरू कर दिया था। नसबंदी कराने के कारण वह संतान सुख से वंचित थी। बच्चे की चाहत में उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर शिवम के अपहरण की साजिश रची। इससे पहले भी उन्होंने एक अन्य बच्चे के अपहरण का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हो सके। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या उनका संपर्क किसी बच्चा चोरी गैंग या भिक्षावृत्ति कराने वाले गिरोह से है।
अपहरण की योजना और पकड़
15 मार्च की रात, शिवम का अपहरण कर प्रेमिका और उसका प्रेमी जयपुर जंक्शन के बाहर पहुंचे। वे पहले एक ऑटो में बैठे, लेकिन बाद में उतरकर गलियों से होते हुए बच्चे को ले गए। फिर नारायण सिंह तिराहे से उत्तर प्रदेश रोडवेज बस पकड़ी और लखनऊ के लिए ऑनलाइन टिकट बुक करवाई।
बस्सी टोल पर रोडवेज बस का नंबर प्राप्त कर परिचालक से पूछताछ की गई। परिचालक ने बताया कि महिला और पुरुष एक बच्चे के साथ महुआ में उतर गए थे। पुलिस ने तकनीकी सहायता से महुआ से करीब 30 किलोमीटर दूर समौची गांव में छापा मारकर दोनों आरोपियों को बच्चे के साथ पकड़ लिया। आरोपी सुंदर अपनी बहन के घर बच्चे को ले जा रहा था।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने प्रेमिका को बापर्दा गिरफ्तार किया है और उनसे गिरोहों के संपर्क की जानकारी जुटा रही है। बच्चे की सकुशल बरामदगी के बाद परिवार ने राहत की सांस ली। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।
