राजस्थान में भी काम के लालच में युवक के खाड़ी देश सऊदी अरब में फंसने का मामला सामने आया। तस्करों द्वारा विदेश भेजे गए झुंझुनू जिले के 15 युवक सड़कों पर रहने को विवश हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इन 15 युवकों को अधिकारियों ने सऊदी अरब भेजा था जो कुछ महीने पहले वहां कमाने के लिए गए थे और अब वहीं फंस गए हैं. इधर विदेश भेजने वाले एजेंटों ने भी अपना पल्ला झाड़ लिया है। वहीं पता चला है कि खाड़ी देश में फंसे इन युवाओं ने लेबर कोर्ट में भी शिकायत करनी चाही लेकिन वहा एजेंट की ओर से उन्हें धमकाया जा रहा है और उनसे 12 से 15 घंटे काम करवाया जा रहा है.
वहीं इन युवाओं ने वीडियो भेजकर भारत में मदद मांगी, वहीं सऊदी अरब से भी युवाओं ने अपना दर्द बयां करते हुए वीडियो भेजा. वीडियो में लड़के ने कहा कि वह भारत सरकार और राजस्थान सरकार को उनकी मदद करने के लिए कहना चाहता है। इस बीच, सभी युवा सऊदी अरब के रियाद शहर में फंसे हुए हैं।
युवाओं का कहना है कि वे अपने वतन आना चाहते हैं लेकिन उनके पास पैसा नहीं है। दूसरी ओर, सऊदी अरब में ये युवा अब हताश स्थिति में हैं और उनके परिवार पुलिस और सिविल सेवकों से उन्हें वापस लाने के लिए कह रहे हैं। बता दें कि ये युवक झुंझुनू, सीकर, नागौर और राजस्थान जिले के रहने वाले हैं.
वहीं झुंझुनूं निवासी शाहरुख खान व नवलगढ़ निवासी जमील खान ने बताया कि वह बिसाऊ से अरशद के एजेंट के जरिए सऊदी अरब गया था और उस एजेंट ने उसे मुंबई से फ्लाइट दिलवा दी. जहां उसे अल जफीरा कंपनी में नौकरी मिल गई। हमें काम पर भेज दिया गया, और जैसे ही हम यहाँ पहुँचे, हमारे पासपोर्ट रद्द कर दिए गए और लेबर सप्लाई अरामेक्स कंपनी में छोड़ दिया गया.
युवकों का कहना है कि यहां उन्हें खाना-पानी नहीं मिलता है। उधर, शाहरुख के भाई ताई निवासी रिजवान अली ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि उनके भाई को जल्द से जल्द सऊदी अरब से वापस भारत लाया जाए. युवकों ने कहा कि कार्यकर्ता ने उन्हें आठ घंटे काम करने और दो हजार रियाल देने को कहा, लेकिन एक बार जब वे वहां पहुंच गए, तो उन्हें एक और कार्यालय दिया गया और उन्हें 16 से 1700 रियाल दिए जा रहे हैं और 12 से 15 घंटे काम करवाया जा रहा है.
वहीं इन युवाओं का कहना है कि जब वे दूसरे देश में पहुंचे तो उनके साथ काम को लेकर काफी धोखा किया गया और उन्हें कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक पैसे नहीं मिले. वहीं लेबर कोर्ट से मदद मांगने की वजह से इनकी कंपनी ने इनको सड़कों पर खदेड़ दिया. फिलहाल युवक दर-बदर की ठोकरें खा रहे हैं और वे सभी भारत वापस जाना चाहते हैं।