मकान का पट्टा देने की एवज में दो लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में एसीबी द्वारा गिरफ्तार किए गए जयपुर हेरिटेज नगर निगम चेयरमैन मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सुशीला गुर्जर को दो दिन के लिए एसीबी रिमांड पर लिया है. सुशील गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के आदेश पर मेरे खिलाफ साजिश की गई. मैं इससे नहीं डरता.
मुनेश गुर्जर के मेयर बनने के बाद से ग्रामीणों के पार्षद मनोज मुदगल ने डिप्टी मेयर बनकर इस समस्या को हमारे ध्यान में लाया है. उन्होंने कहा कि मुद्गल के घर में रहने वाले सुधांशु नाम के लड़के ने सरासर झूठ बोला. मेयर सुशील गुर्जर ने कहा कि वैशाली नगर में मेरा प्लॉट एफ-203 बेचा था। इसके 49 लाख रुपये मेरे घर पड़े हुए थे. मैंने आपका केस भी कोर्ट में दायर कर दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे न्याय मिलेगा और कोर्ट में मेरा पूरा विश्वास है।
इस मामले में एबीसी ने मेयर मुनेश गुर्जर के घर पर परिवादी के पट्टे की फाइल एसीबी को मिलना और मेयर से उनके पति का रिश्वत लेना. ऐसे में राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा के तहत मेयर की कार्रवाई गंभीर है और इससे चल रही जांच प्रभावित हो सकती है, क्योंकि मेयर और मेयर मुनेश गुर्जर को तत्काल निलंबित कर दिया गया है.