शनिवार, 26 अगस्त को अलवर जिले के बड़ौदा मेव के पास शीतल में एक महापंचायत आयोजित की गई, जहां राकेश टिकैत सहित प्रमुख नेताओ ने मंच से भाषण दिया। मेवात में हुई इस महापंचायत में हरियाणा बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ टिकेत का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने कहा कि मेवात में धारा 144 लगा दी गई है. 28 तारीख को जब यात्रा निकलेगी तो हमारे किसानों की एक सभा होगी. धारा 144 सिर्फ मेवात के मुसलमानों पर लागू नहीं होती, उन्होंने धमकी भरे स्वर में कहा, “सुन ले सरकार अगर 28 तारीख को उनकी रैली निकली तो फिर तारीख भी हमारी होगी और जगह भी हमारी होगी.”
दरअसल, हिंदू संगठनों ने हाल ही में ऐलान किया है कि वे दंगों के कारण अधूरी जलाभिषेक यात्रा को पूरा करने के लिए 28 तारीख को नल्हेड़ी और नूहं पहुंचेंगे. प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा रखी है। यही वजह है कि शनिवार को अलवर पहुंचे टिकैत ने मंच से ऐलान किया कि अगर उन्होंने यात्रा निकाली तो वह भी लाखों लोगों के साथ ट्रैक्टरों पर किसान यात्रा निकालेंगे.
साथ ही बैठक में टिकैत ने कहा कि भारत में दो तरह के हिंदू हैं, एक नागपुर से जुड़े नारंगियन हिंदू और दूसरे भारतीय हिंदू. हम भारतीय हैं. इस देश में भारतीय मुसलमान और भारतीय सिख हैं। उन्होंने कहा यह नोरंगिया मुसलमानों में भी घुसे हुए हैं.
टिकैत ने कहा कि अगर कोई देश की रक्षा कर सकता है तो वह आंदोलन ही है जो उसकी रक्षा करेगा. देश को कोई राजनीतिक दल नहीं बचाएगा, किसान, मजदूर और युवा ही बचाएंगे। उन्होंने कहा कि हम पूरे मेवात में हैं। इस पंचायत पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. टिकैत ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने हिंसा भड़काकर माहौल खराब किया है। जो आडवाणी और मुरली मनोहर के नहीं हुए, जिन्हें बोलने की आजादी नहीं मिली, अब उनकी डेथ का इंतजार कर रहे है. फिर उनके फूलों को लोटे में डालेंगे और देश भर में घूमेंगे.