उदयपुर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने के बाद से ही पथराव और शीशे टूटने की घटनाएं हो रही हैं. क्या ट्रेन असामाजिक तत्वों का निशाना बन रही है या गिट्टी उछल के लगने से शीशा टूट रहा है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है. ताजा घटना बीती रात रायला रेलवे स्टेशन पर हुई. बताया जा रहा है कि जब वंदे भारत ट्रेन गुजर रही थी तो एक पत्थर से कोच की खिड़की टूट गई। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि खिड़की पत्थर फेंकने से टूटी है या किसी के जरिए ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई है.
रेलवे पीआरओ अशोक चौहान ने बताया कि जयपुर-उदयपुर वंदे भारत ट्रेन बुधवार शाम जयपुर से उदयपुर के लिए रवाना हुई। इसी दौरान रायला स्टेशन के पास पत्थरों की चपेट में आने से एक सी7 कोच का शीशा टूट गया. इसलिए ट्रेन में बैठे यात्री डर गए. ट्रेन का शीशा पत्थर उछल कर लगने से टूटा है या किसी के जरिए पत्थर फेंका गया है. फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. आरपीएफ के महावीर प्रसाद के मुताबिक, रायला रेलवे स्टेशन पहुंचने से पहले ट्रेन स्टाफ को टूटा हुआ शीशा मिला.
रेलवे पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. टूटी खिड़की से कोई यात्री घायल नहीं हुआ। पता चला है कि वंदे भारत ट्रेन के रवाना होने के दूसरे दिन 26 सितंबर को चंदेरिया गंगरार सेंट्रल स्टेशन की खिड़कियां टूट गईं थी. उसी महीने 2 अक्टूबर को ट्रैक पर पत्थर और मेटल रखकर रेलवे को बाधित करने की कोशिश की गई थी, लेकिन बाद में आरपीएफ ने पत्थर फेंकने वाले दो लड़कों के जरिए मामले की जांच की. आज फिर वंदे भारत ट्रेन की खिड़की टूटी, इसकी जांच की जा रही है.