जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच तीन राज्यों — हरियाणा, पंजाब और राजस्थान — की सरकारों ने एक अहम फैसला लिया है। राष्ट्रीय सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की दृष्टि से चिकित्सा विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टियाँ तुरंत प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। यह निर्णय ऑपरेशन सिंदूर के बाद आया है, जिसमें भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर 26 लोगों की जान लेने वाले आतंकी हमले का जवाब दिया था।
हरियाणा: स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव का बयान
हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि यह कदम राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह सक्रिय और सक्षम बनाए रखने के लिए उठाया गया है। उन्होंने बताया कि सभी सिविल सर्जनों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वे चिकित्सा स्टाफ की पूरी उपलब्धता सुनिश्चित करें और आपात स्थिति के लिए तैयार रहें।
पंजाब: पुलिस और मेडिकल स्टाफ अलर्ट मोड पर
पंजाब सरकार ने भी पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सभी डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ 24 घंटे मोबाइल पर उपलब्ध रहेंगे और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल अस्पतालों में रिपोर्ट करेंगे। राज्य को पूरी तरह अलर्ट मोड पर रखा गया है।
राजस्थान: निदेशक जनस्वास्थ्य ने जारी किए आदेश
राजस्थान में निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रविप्रकाश शर्मा ने चिकित्सा कर्मियों की छुट्टियाँ रद्द करने का आदेश जारी किया है। इसमें चिकित्सकों, नर्सिंगकर्मियों और पैरामेडिकल स्टाफ को तुरंत ड्यूटी पर लौटने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही सभी को अपने मोबाइल फोन हर समय ऑन रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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राष्ट्रीय सुरक्षा के इस संवेदनशील दौर में केंद्र और राज्य सरकारें सतर्कता बरत रही हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम संभावित आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
