डीग, भरतपुर 09 मई।
संवाददाता दीपचंद शर्मा
जानापाव, विप्र फाउंडेशन मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित महामहोत्सव कार्यक्रम में विप्र फाउंडेशन के बड़ी संख्या में विप्रजन भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव पहुंचे और वहां अभिषेक पूजन आरती कर सम्पूर्ण विश्व के लिए मंगलकामनाएं की।इस अवसर पर संयुक्त मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विप्र फाउंडेशन के संरक्षक सत्यनारायण शर्मा एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष राधे श्याम शर्मा भी मौजूद थे।प्रदेश अध्यक्ष कुणाल मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर से मात्र 50 किलोमीटर आगरा मुम्बई हाइवे पर भगवान परशुरामजी की जन्मस्थली जानापाव पर्वत की खूबसूरत वादियों में है,जिसका लगातार विकास हो रहा है।विप्र फाउंडेशन के देश भर में मनाए का रहे श्री परशुरामजी जन्म महामहोत्सव के पंचदिवसीय कार्यक्रमो के सिलसिले में चिरंजीव परशुरामजी के विश्राम स्थल महेंद्र पर्वत ओड़िसा में हवन पूजन हुआ तो जानापाव मध्यप्रदेश में अभिषेक हो रहा है।इसके बाद क्रमशः परशुराम कुंड, अरुणाचल प्रदेश, सूरत, गुजरात व बांसवाड़ा राजस्थान में अग्रगामी भव्य कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा गुरुजी ने इस अवसर पर उपस्थित विप्रजनों को विप्र फाउंडेशन के राष्ट्र भर में किये जा रहे कार्यों से परिचित कराया। सभी से जानापाव तीर्थ स्थल बार बार आने का आग्रह किया। उपस्थित विप्रजनों को उन्होंने एक परिचित परिवार की आर्थिक मानसिक मदद करने के संकल्प लेने हेतु प्रेरित किया ।
सत्यनारायण शर्मा ने विप्र एकता पर जोर देते हुए यह आह्वान किया कि हम उपस्थित विप्रजन आज से यह संकल्प लें कि अगर हम किसी विप्र के कार्य में उसे सहयोग नहीं दे सकते हो तो कम से कम उसके कार्य में विघ्न उपस्थित न करें और न ही उसकी निंदा करें । उपस्थित अतिथियों का स्वागत विप्र फाउंडेशन के इंदौर शहर अध्यक्ष सुमित त्रिवेदी ने किया।कार्यक्रम का संचालन विप्र फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल मिश्र ने किया।आभार प्रदर्शन इंदौर जिला ग्रामीण अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने किया।इस अवसर पर श्रीमती डिम्पल शर्मा, सुरेश शर्मा, बंटी शर्मा, बाबूलाल गौड़, मनीष शर्मा, महेश शर्मा, राजकिशोर शर्मा, प्रताप दुबे, मनीष मिश्रा, संजू जोशी, अजय तिवारी, सौरभ मिश्र, रामकिशोर शुक्ला, उमेश तिवारी, नवनीत भट्ट, संजय ठाकुर, नीरज पांडे, भारत शर्मा, विवेक व्यास सहित बड़ी संख्या में विप्रजन शामिल हुए।