चंडीगढ़/जयपुर: देश के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा जेल में रहते हुए दो नेशनल टीवी इंटरव्यू देने का मामला गहराता जा रहा है। पंजाब सरकार ने इस पर सख्त कदम उठाते हुए डीएसपी गुरशेर सिंह संधू को बर्खास्त कर दिया और 6 अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित किया। अब जयपुर में रिकॉर्ड किए गए इंटरव्यू पर राजस्थान सरकार की कार्रवाई का इंतजार है।
लॉरेंस का इंटरव्यू: कहां और कैसे हुआ?
एसआईटी जांच में खुलासा हुआ कि: एक इंटरव्यू पंजाब के खरड़ पुलिस हिरासत में रिकॉर्ड किया गया।
दूसरा इंटरव्यू जयपुर में हुआ।
दोनों इंटरव्यू जूम ऐप के जरिए दिए गए थे। पंजाब पुलिस ने इस जांच रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान पुलिस को भी कार्रवाई के लिए लिखा।
पंजाब की सख्त कार्रवाई
डीएसपी गुरशेर सिंह संधू को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। अक्टूबर 2024 में 6 पुलिसकर्मी निलंबित किए गए।
जेल सुरक्षा में लापरवाही और तकनीकी चूक को लेकर ये कदम उठाए गए।
जयपुर में दर्ज हुआ केस
सितंबर 2024: एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर जयपुर के लाल कोठी थाने में एफआईआर दर्ज की गई। जनवरी 2023 में लॉरेंस 21 दिन जयपुर में रहा, जिसमें से 16 दिन पुलिस रिमांड और 4 दिन जयपुर सेंट्रल जेल में।जयपुर में इंटरव्यू रिकॉर्डिंग का पता चला।
कैसे खुली जेल की सुरक्षा की पोल?
दोनों इंटरव्यू मार्च 2023 में प्रसारित हुए।इंटरव्यू में लॉरेंस अलग-अलग लुक में नजर आया।पहले में छोटे बाल, दूसरे में लंबे।अलग-अलग रंग की टी-शर्ट पहनी।
राजस्थान सरकार की चुनौती
पंजाब की सख्ती के बाद राजस्थान पर दबाव:
राजस्थान सरकार पर अब यह सवाल है कि जयपुर में हुए इंटरव्यू को लेकर क्या कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की जांच जारी: जयपुर कमिश्नरेट के थाना प्रभारी श्रीनिवास जांगिड़ इस मामले की जांच कर रहे हैं।
बैकग्राउंड: लॉरेंस का जयपुर कनेक्शन
जनवरी 2023: लॉरेंस गैंग ने जयपुर के एक कारोबारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांगी और फायरिंग की।
फरवरी 2023: जयपुर पुलिस ने फायरिंग मामले में लॉरेंस को रिमांड पर लिया।
मार्च 2023: जयपुर में इंटरव्यू रिकॉर्ड होने का शक।
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अगले कदम का इंतजार
पंजाब की कार्रवाई के बाद राजस्थान सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हाईकोर्ट की एसआईटी ने जो रिपोर्ट सौंपी है, वह राजस्थान प्रशासन के लिए एक चुनौती बनी हुई है।