भारतीय क्रिकेट के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी करने जा रहे हैं। दिल्ली की टीम 30 जनवरी से फिरोजशाह कोटला ग्राउंड में रेलवे के खिलाफ अपने अंतिम लीग मैच में उतरेगी, जहां कोहली दिल्ली की ओर से खेलते हुए दिखाई देंगे। खराब फॉर्म से जूझ रहे कोहली घरेलू क्रिकेट में अपनी खोई हुई लय पाने की कोशिश करेंगे।
बांगड़ की मदद से कर रहे हैं तैयारी
अपनी बल्लेबाजी में सुधार लाने के लिए विराट कोहली ने अपने पूर्व कोच संजय बांगड़ की मदद ली है। बांगड़, जिन्होंने 2014 से 2019 तक भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच के रूप में काम किया था, विराट के करियर के सबसे सुनहरे दौर के साक्षी रहे हैं। कोहली ने अपने 80 अंतरराष्ट्रीय शतकों में से अधिकतर इसी अवधि में बनाए थे। रणजी मैच से पहले, बांगड़ ने कोहली के साथ एक विशेष अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया। इस सत्र में बांगड़ ने कोहली को 16 गज की दूरी से थ्रो-डाउन गेंदें कराईं और बैकफुट खेल पर काम कराया। विराट अपनी तकनीकी कमियों, विशेष रूप से ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर सुधार करने पर ध्यान दे रहे हैं।
रणजी में सितारों की वापसी
बीसीसीआई ने सभी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में खेलने का निर्देश दिया है। कोहली से पहले रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी भी रणजी ट्रॉफी में हिस्सा ले चुके हैं।
कोटला मैदान में उमड़ेगा दर्शकों का सैलाब
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अनुसार, कोहली की वापसी को लेकर प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह है। उम्मीद की जा रही है कि इस मैच को देखने के लिए 10,000 से ज्यादा दर्शक मैदान में पहुंच सकते हैं। दर्शकों के लिए प्रवेश निशुल्क होगा। डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा: “रणजी मैच देखने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाएगा। विराट कोहली के खेलने से इस बार दर्शकों की संख्या काफी बढ़ेगी।”
टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन पर उठे सवाल
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कोहली का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। उन्होंने नौ पारियों में सिर्फ 190 रन बनाए, जिससे उनके टेस्ट करियर को लेकर सवाल उठने लगे थे। ऐसे में घरेलू क्रिकेट में कोहली की वापसी उनकी फॉर्म को पुनः प्राप्त करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
मैच के लिए तैयारी पूरी
30 जनवरी से शुरू हो रहे इस मुकाबले में दिल्ली और रेलवे की टीमें आमने-सामने होंगी। दिल्ली को कोहली की मौजूदगी से न केवल बल्लेबाजी में मजबूती मिलेगी, बल्कि टीम का मनोबल भी बढ़ेगा।