जयपुर, 11 मार्च 2025 – राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को सांगानेर में दलित महिला से पुलिसकर्मी द्वारा रेप के मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस घटना को लेकर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए और कहा कि जब राजधानी में ही अपराध बेलगाम हैं, तो बाकी प्रदेश की स्थिति क्या होगी?
विधानसभा में गूंजा रेप का मामला
शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने बूंदी में हुए रेप और मर्डर का मामला उठाया। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सांगानेर में दलित महिला से पुलिसकर्मी द्वारा रेप का मुद्दा उठाते हुए कहा,
“जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं, तो प्रदेश में कानून व्यवस्था की क्या हालत होगी? मुख्यमंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे होगी?”
टीकाराम जूली अपनी बात आगे बढ़ा ही रहे थे कि सरकार ने उनका माइक बंद करवा दिया। इससे नाराज कांग्रेस विधायकों ने सदन में जोरदार हंगामा किया और सरकार पर “लोकतंत्र का गला घोंटने” का आरोप लगाया।
गृह राज्य मंत्री ने दी सफाई
सरकार की ओर से गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा,
“राजस्थान सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
गहलोत का सरकार पर हमला
इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि
“प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और पुलिस भी इसमें शामिल हो गई है। सांगानेर की यह घटना सरकार की नाकामी को दर्शाती है।”
जनता में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
इस घटना को लेकर आम जनता और दलित संगठनों में भारी आक्रोश है। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी को सख्त सजा देने और महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। वहीं, इस मामले को लेकर विपक्ष ने राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इस घटना को लेकर क्या और कदम उठाती है, या यह मुद्दा सिर्फ विधानसभा की बहस तक ही सीमित रह जाएगा।
