महिला गृहक्लेश से तंग आकर करने जा रही थी सुसाइड, पुलिस कांस्टेबल ने भाई का फर्ज निभाकर बचाई जान

रक्षाबंधन के दौरान कोचिंग सिटी कोटा में एक पुलिस अधिकारी आत्महत्या करने जा रही एक महिला के लिए देवदूत बनकर सामने आता है और उसकी जान बचाता है. घरेलू हिंसा से तंग आकर महिला आत्महत्या के कगार पर थी, लेकिन समय रहते पुलिस अधिकारी अशोक कुमार ने उसकी जान बचा ली. पुलिसकर्मी के इस प्रयास की उसके महकमे में जमकर प्रशंसा हो रही है। कोटा शहर के पुलिस आयुक्त शरद चौधरी ने कांस्टेबल अशोक के लिए 5,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है.

बताया जा रहा है कि कोटा के आरकेपुरम निवासी 19 वर्षीय महिला ने पारिवारिक विवाद से तंग आकर आज चंबल नदी में कूदकर अपनी जान देने की कोशिश की। वह नदी में कूदने ही वाली थी कि वहां मौजूद पुलिस अधिकारी अशोक कुमार ने उसे रोका। बाद में उसे प्यार से समझाया. ऑफिसर अशोक ने रक्षाबंधन के दौरान एक महिला की जान बचाकर भाई का फर्ज निभाया.

पुलिस ने महिला से पूरे मामले के बारे में पूछताछ की और उसे आश्वासन दिया कि वे इस मामले से ठीक से निपटेंगे. घटना की सूचना के बाद पुलिस कमिश्नर शरद चौधरी ने भी पुलिस अधिकारी अशोक की तारीफ की. बाद में उन्होंने 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया. अब नयापुरा पुलिस जांच कर रही है।

रक्षाबंधन पर एक पुलिस अधिकारी की ये कहानी आज कोटा में चर्चा का विषय बनी हुई है. लोग सोशल नेटवर्क पर बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं। समझाने के बाद महिला का गुस्सा शांत हुआ. गौरतलब है कि कोचिंग सिटी कोटा कई दिनों से छात्र प्रशिक्षकों में आत्महत्या की उच्च दर को लेकर चिंतित था. आत्महत्या की घटनाओं को लेकर कोटा में एक अजीब से दहशत फैली हुई है.

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