Bihar BEd CET 2023: प्रदेश के सरकारी और निजी बीएड कॉलेजों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा अप्रैल के पहले सप्ताह में कराई जा सकती है। प्रवेश पत्र मार्च के अंतिम सप्ताह में जारी किया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया 15 फरवरी से शुरू होकर 20 फरवरी तक चलेगी। प्रवेश परीक्षा के आधार पर राज्य भर के कुल 330 कॉलेजों में करीब 35 हजार जगहों पर रजिस्ट्रेशन होगा।
राजभवन ने एक बार फिर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में बीए प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी है। हाल ही में बीएड चयन समिति की बैठक कुलपति की अध्यक्षता में हुई थी। इस दस्तावेज़ में, जिस तारीख को पंजीकरण किया जा सकता है, उस पर चर्चा की गई है। उपाध्यक्ष प्रो. एसपी सिंह ने कहा कि बैठक आयोजित करने के लिए जल्द ही चयन प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
कुलपति ने कहा कि चयन प्रक्रिया 20 जून तक पूरी कर ली जानी चाहिए। नया सम्मेलन पहली जुलाई से शुरू होगा। जल्द ही बीएड की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के लिए संस्थान का चयन किया जाएगा। आवेदन शुल्क एक हजार से बारह सौ रुपये रखा गया है। राशि ऑनलाइन जमा होगी। उनके आधार पर सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से जानकारी मांगी गई है। कई विश्वविद्यालयों में बीएड कॉलेजों की संख्या बढ़ी है। संयुक्त बीएड राज्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी-बीएड 2023) के लिए विश्वविद्यालय ने प्रोफेसर अशोक कुमार को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। प्रवेश केवल एनसीटीई से मान्यता प्राप्त कॉलेजों के माध्यम से होगा। जिन कॉलेजों की स्पॉन्सरशिप पूर्व में समाप्त हो चुकी है, वहां सीटों की पेशकश नहीं की जाएगी।
SET प्रवेश परीक्षा में 120 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा दो घंटे तक चलेगी। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। निगेटिव मार्किंग नहीं है। सामान्य वर्ग के लिए अर्हक अंक 35% और आरक्षित वर्ग के लिए 30% है। उसके बाद आवेदन और मेरिट के आधार पर छात्रों द्वारा दी गई पसंद के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी।
शिक्षा शास्त्री के लिए अंग्रेजी की जगह संस्कृत में आवेदन करना होगा। अंग्रेजी या संस्कृत से 15, सामान्य हिन्दी से 15, स्कूलों में शिक्षण पर्यावरण से 25 और लोकल एंड एनालिटिकल रीजनिंग से 25 अंकों के प्रश्न पूछे जायेंगे।
बीएड प्रवेश विशेषज्ञ आशीष आदर्श ने कहा कि परीक्षा के दौरान बिहार के इतिहास, भूगोल और शिक्षण क्षमता के बारे में सवाल पूछे जाते हैं। जीके और जीएस में भी अवधारणा है। इसके अलावा गणित और विज्ञान से भी कुछ प्रश्न पूछे जाते हैं। छात्र गंभीर होंगे तो नामांकन सरकारी और बेहतर बीएड कॉलेजों में होगा। इस परीक्षा में करीब सवा लाख छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे।